ऑर्गेनिक अर्थात प्राकृतिक सामग्री के प्रयोग से उत्पादित सब्जियां आजकल लोकप्रिय हो रही है| ऑर्गेनिक फूड्स के नाम पर बहुत सारे नॉन ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स, खासकर सब्जियां बेची जा रही है| ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम अंतर कर पाए ऑर्गेनिक और नॉन ऑर्गेनिक सब्जियों में| तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम जानते हैं वे तरीके जिससे हम आसानी से पहचान सकते हैं कि जो सब्जी हम खरीद रहे हैं वह और ऑर्गेनिक है या नहीं|
रंग, रूप और आकार
अगर सब्जियों को प्राकृतिक रूप से उगाया गया है बिना किसी केमिकल का प्रयोग किए हुए तो सब्जियों का आकार बिल्कुल अलग होगा| कहने का अर्थ यह है कि कोई भी दो सब्जी एक जैसी नहीं होगी| उदाहरण के लिए गोभी के दो फूल एक जैसे नहीं होंगे, उनके रंग में, रूप में, और आकार में भिन्नता पाई जाएगी|
ऑर्गेनिक सब्जियां देखने में बहुत सुंदर प्रतीत नहीं होती है, लेकिन यही सब्जी अगर नॉन ऑर्गेनिक है तो आप देखोगे कि वे देखने में बहुत ही सुंदर दिखते है, उनका कलर एक जैसा होता है, साइज भी एक तरह का दिखेगा| अगर हम एक और उदाहरण ले जैसे कि मूंग दाल… अगर दाल पॉलिश्ड किया हुआ है तो दाल के सारे दाने आपको एक जैसे रूप और आकार के दिखेंगे और उनमें एक चमक सी भी दिखेगी लेकिन अगर उसे ऑर्गेनिक तरीके से उगाया गया है तो दाल के दानों के रंग में और उनके आकार में भिन्नताएं होंगी|
बड़े आकार की सब्जियां
बड़े आकार की सब्जियां आजकल बहुत आसानी से बाजार में उपलब्ध होती है, जैसे कि बहुत बड़ी सी गोभी या फिर बहुत बड़ा सा परवल| कभी-कभी तो देख कर यकीन नहीं होता कि क्या यह वास्तव में ऐसा कुछ है या फिर आंखों का धोखा है| लेकिन यहां याद रखने वाली बात यह है कि साइज में बड़ी सब्जियां अक्सर ऑर्गेनिक नहीं होती है| हां, ऑर्गेनिक तरीके से भी कभी-कभी बड़ी सब्जियां उगाई जाती है या जा सकती है लेकिन यह आसानी से उपलब्ध नहीं होता है| आमतौर पर बाजार में अगर हमें बड़ी साइज की सब्जियां दिखती है तो हमें मान लेना चाहिए कि वे किसी प्राकृतिक तरीके से नहीं हो उगाया गया है, और अगर हो सके तो ऐसी सब्जियों को हमें नहीं खरीदना चाहिए|
कीड़ों का पाया जाना
आमतौर पर सब्जियों में अगर कीड़ा मिल जाए तो हम समझते हैं कि यह एक खराब चीज है और ऐसा नहीं होना चाहिए| लेकिन अगर इसे हम अगर जानने की कोशिश करें तो हमें पता चलता है कि जो प्राकृतिक रूप से सब्जियां उगाई जाती है उनमें कीड़ों का पाया जाना बहुत ही आम बात है| वही कृत्रिम तरीके से जो सब्जियां उगाई जाती है उनमें बहुत सारे पेस्टिसाइड्स और इंसेक्टिसाइड (कीटनाशक) का प्रयोग किया जाता है जिसकी वजह से उनमें कीड़े नहीं मिलते है|
तो जब हम यह बात कर रहे हैं कि ऑर्गेनिक और नॉन ऑर्गेनिक सब्जियों को कैसे पहचाने तो याद रखिए कि अगर सब्जियों के ऊपर कीड़े चलते हुए दिख रहे हैं या कभी कभी सब्जियों को आप ने काटा और अंदर से कभी कोई कीड़ा निकल गया तो वह नेचुरल तरीके से उगाई गई सब्जियां है| कीड़ों का होना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, ऑर्गेनिक तरीके से उगाई गई सब्जियों में अक्सर कीड़े दिख जाते हैं |
महक से पहचाने
जो सब्जियां प्राकृतिक तरीके से उगाई जाती हैं उनमें एक खास महक होती है| उदाहरण के लिए अगर हम बात करें धनिया पत्ते की, जो प्राकृतिक तरीके से उगाई गई धनिया के पत्ते हैं, वह अगर आप उनको अपने नाक के पास लाओगे तो आपको उसका बहुत ही तीव्र सा महक महसूस होगा| लेकिन अगर यह कृत्रिम तरीके से उगाया गया है तो देखने में तो आपको को पूरी तरह से धनिया पत्ता दिखेगा, या फिर यूं कहें की और भी सुंदर दिखेगा, लेकिन उनमें महक की कमी होगी|
तो महक का कमी होना भी एक पहचान है आर्टिफिशियल तरीके से उगाए गए सब्जियों का|
ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन
भारत में वैसे फूड प्रोडक्ट्स जो बिना पैकेजिंग की बेची जाती है के लिए सर्टिफिकेशन अभी जरूरी नहीं है| और फिर सामान्य रूप से सब्जियां पैकेजिंग में नहीं आती है इसलिए इनका सर्टिफिकेशन चेक करना हमेशा संभव नहीं होता है| लेकिन हां, आजकल कुछ एप्लीकेशन और वेबसाइट हैं जो तथाकथित ऑर्गेनिक फूड्स और सब्जियां बेचती है| ऐसे में आप सर्टिफिकेशन के लेबल को चेक कर सकते हैं|
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की ऑर्गेनिक और हंड्रेड परसेंट ऑर्गेनिक, या फिर हंड्रेड परसेंट ऑर्गेनिक और ऑर्गेनिकली ग्रोन में बहुत ही अंतर है|
किसी भी सब्जी को ऑर्गेनिक कहने के लिए सिर्फ उस उत्पाद को जांचा जाता है लेकिन किसी भी सब्जी या उत्पाद को हंड्रेड परसेंट ऑर्गेनिक कहने के लिए मिट्टी को भी साथ साथ जांचा जाता है| तो अगर मिट्टी और उत्पाद दोनों ऑर्गेनिक है तो ऐसे उत्पाद को हम हंड्रेड परसेंट ऑर्गेनिक कहते हैं| अगर आप सब्जियां किसी ऐसे जगह से खरीदते हो जहां इसे ऑर्गेनिक कहा जा रहा है तो आप उसके लेवल को चेक करें और देखें कि क्या या हंड्रेड परसेंट ऑर्गेनिक है|
उम्मीद है इस आर्टिकल की मदद से अब आप ऑर्गेनिक ओर नॉन ऑर्गेनिक सब्जियों में अंतर कर पाओगे अगर आप इस आर्टिकल के संबंध में अपनी कोई विचार साझा करना चाहते हो तो कृपया जरूर करें|
मैं हर एक दिन कुछ नया सीखना और मौका मिलने पर उसे सीखाना पसंद करती हूँ| कुकिंग मुझे बहोत पसंद है और मैं इसे एन्जॉय करती हूँ| उम्मीद करती हूँ मेरी रेसिपी आपको पसंद आएगी| धन्यवाद!
An avid learner who learns something or the other every day and loves to share what learned with others around. Thanks.
आजकल कोलेस्ट्रॉल एक ऐसी प्रॉब्लम हो गई है जो हर किसी को हो रहा है, कोलेस्ट्रॉल एक ऐसी बीमारी है अगर एक बार हो जाता है तो वह इतना इतनी आसानी से ठीक भी नहीं किया जा सकता है | लेकिन आज मैं कोलेस्ट्रॉल ठीक करने के लिए कुछ ऐसी […]
हाल ही की टिप्पणियाँ